DA Hike Calculation : केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एक अहम अपडेट सामने आया है। यदि आप भी केंद्र सरकार के तहत कार्यरत कर्मचारी हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए आइए जानते हैं नीचे दी गई रिपोर्ट में पूरी जानकारी विस्तार से।
अगर आप भी केंद्र सरकार में काम करते हैं, तो आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि अक्टूबर की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ता (DA) और महंगाई राहत (DR) में 3% की वृद्धि की है। इसे सरकार ने कर्मचारियों के लिए एक बड़ा तोहफा माना जा रहा है। लेकिन सवाल यह उठता है कि इस बढ़ोतरी से चपरासी से लेकर आईएएस अधिकारियों तक की सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी। आइए, नीचे दिए गए लेख में इसकी पूरी जानकारी विस्तार से देखें।
बताया जा रहा है कि मोदी सरकार ने अक्टूबर के शुरूआती दिनों में केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए DA और DR में 3% की बढ़ोतरी की, जिससे उन्हें आर्थिक लाभ मिला। इसके पहले, सरकार ने 22 सितंबर को जीएसटी की नई दरें लागू कर आम लोगों को महंगाई के दबाव से कुछ राहत दी थी। वहीं, केंद्रीय कर्मचारियों के लिए इस DA और DR की बढ़ोतरी को दिवाली के अवसर पर विशेष तोहफे के रूप में देखा जा रहा है।
महंगाई भत्ता बढ़कर 58% हो चुका – DA Hike Calculation
जानकारी के अनुसार, अक्टूबर माह की सैलरी अब कर्मचारियों के बैंक खाते में बढ़ी हुई आएगी और इसके साथ ही पिछले तीन महीनों का एरियर भी दिया जाएगा। लेकिन सबसे अहम सवाल यह है कि महंगाई भत्ता (DA) में वृद्धि से चपरासी से लेकर आईएएस अधिकारी तक की सैलरी में कितना इजाफा होगा। इस नए संशोधन के बाद महंगाई भत्ते की दर अब 58% हो गई है।
वित्त मंत्रालय ने 6 अक्टूबर 2025 को एक आधिकारिक बयान में बताया कि पांचवें केंद्रीय वेतन आयोग के अनुसार, जिन कर्मचारियों का वेतन/ग्रेड वेतन पूर्व संशोधित आधार पर जारी है, उनके लिए महंगाई भत्ता की दर 1 जुलाई 2025 से मूल वेतन के वर्तमान 466% से बढ़ाकर 474% कर दी गई है।
इसके अलावा, वित्त मंत्रालय ने 6 अक्टूबर को एक अलग बयान में बताया कि जो कर्मचारी अब भी छठे वेतन आयोग के पूर्व संशोधित वेतन ग्रेड के तहत वेतन प्राप्त कर रहे हैं, उनके लिए महंगाई भत्ता की दर 1 जुलाई से 252% से बढ़ाकर 257% कर दी गई है।
महंगाई भत्ता (DA) सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को उनके मूल वेतन के अतिरिक्त दिया जाता है, ताकि मुद्रास्फीति के प्रभाव से उनका जीवन स्तर प्रभावित न हो। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वे वस्तुओं और सेवाओं की बढ़ती कीमतों का सामना आसानी से कर सकें।
पुरानी वेतन संरचनाओं, जैसे पांचवे और छठे वेतन आयोग के तहत वेतन पाने वाले कर्मचारियों के लिए यह महंगाई भत्ता और भी अहम हो जाता है। इससे उन्हें महंगाई के कारण उनकी क्रय शक्ति में होने वाली गिरावट की भरपाई मिलती है। आइए, नीचे दिए गए लेख में इस विषय की पूरी जानकारी विस्तार से देखें।
सैलरी कितना बढ़ेगा – DA Hike Calculation
मान लीजिए कि किसी केंद्रीय सरकारी कर्मचारी का मासिक मूल वेतन 18,000 रुपए है और वह पांचवे वेतन आयोग के पूर्व संशोधित वेतनमान के तहत अपना वेतन प्राप्त कर रहे हैं।
पहले महंगाई भत्ते की दर 466% थी, जिसके अनुसार किसी कर्मचारी का महंगाई भत्ता इस प्रकार था: 18,000 × 466% = 83,880 रुपए।
हाल ही में हुए संशोधन के बाद, महंगाई भत्ते की दर 474% कर दी गई है। अब उसका महंगाई भत्ता होगा: 18,000 × 474% = 85,320 रुपए।
इसका मतलब है कि हर महीने महंगाई भत्ते में 1,440 रुपए का इजाफा हुआ, जो एक अच्छी बढ़ोतरी मानी जा रही है।
इस तरह, ₹50,000 मासिक मूल वेतन वाले केंद्रीय कर्मचारी, जो छठे वेतन आयोग के तहत पूर्व संशोधित वेतनमान पर वेतन प्राप्त कर रहे हैं, उनके लिए यह बढ़ोतरी सीधे तौर पर लाभदायक साबित होगी।
पहले, 252% की दर पर उसके महंगाई भत्ते की गणना इस प्रकार थी: 50,000 × 252% = 1,26,000 रुपए।
हाल ही में हुई वृद्धि के बाद, महंगाई भत्ता 257% हो गया है: 50,000 × 257% = 1,28,500 रुपए।
इसका मतलब यह हुआ कि अब उसके महंगाई भत्ते में हर महीने 2,500 रुपए का इजाफा हुआ है।