कभी सोचा है कि मेडिकल या इंजीनियरिंग के सपनों तक पहुँचने की सबसे बड़ी रुकावट क्या होती है? कभी सीटों की कमी, तो कभी परीक्षा केंद्रों का झंझट। लेकिन अब दोनों ही परेशानियों का हल सामने है — IMS BHU में बढ़ीं NEET PG सीटें और NTA की नई परीक्षा सेंटर नीति। NTA New Rules 2026 JEE Main NEET CUET Candidates
IMS BHU में बढ़ीं NEET PG सीटें – अब और ज़्यादा छात्रों को मिलेगा मौका
आईएमएस बीएचयू (IMS BHU) में मेडिकल पीजी सीटों की कमी हमेशा से छात्रों की चिंता रही है। लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। सुपर स्पेशियालिटी ब्लॉक और ट्रॉमा सेंटर शुरू होने के बाद यहां की PG सीटें 188 तक बढ़ गई हैं, और अब 10 विभागों में 40 नई सीटें और जोड़ी जाएंगी।
- सोचो, पहले जहाँ कम सीटों के कारण कई योग्य छात्र बाहर रह जाते थे, अब उन्हें एक नई उम्मीद मिलेगी।
- आईआईपीए (भारतीय लोक प्रशासन संस्था) की टीम ने हाल ही में सर सुंदरलाल अस्पताल का निरीक्षण किया और सुपर स्पेशियालिटी ब्लॉक में दी जा रही सुविधाओं को परखा।
- डॉ. पवन तनेजा के नेतृत्व वाली टीम ने गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी जैसे विभागों में जाकर मरीजों की भीड़, स्टाफ की क्षमता और छात्र प्रशिक्षण की गुणवत्ता देखी।
- IMS BHU के निदेशक प्रो. एस.एन. संखवार ने बताया कि अब संस्थान में UG सीटें 100 तक और PG सीटें 228 तक बढ़ाने की योजना है।
सुपर स्पेशियालिटी ब्लॉक – जहां रोज़ाना 3000 से ज़्यादा मरीज आते हैं
क्या तुम जानते हो कि IMS BHU का सुपर स्पेशियालिटी ब्लॉक अब देश के सबसे व्यस्त मेडिकल सेंटर्स में से एक बन गया है?
यहां हर दिन तीन हज़ार से ज़्यादा मरीज इलाज के लिए आते हैं। इसका फायदा सीधा छात्रों को मिलता है — ज्यादा एक्सपोजर, बेहतर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और अनुभव जो उन्हें एक सफल डॉक्टर बनाता है।
और हाँ, ये सब प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सेवा योजना (PMJAY) के तहत बने सुपर स्पेशियालिटी और ट्रॉमा सेंटर की वजह से संभव हुआ है।
अब बदला NEET और JEE का एग्ज़ाम सेंटर नियम – जानिए क्या करना है
अब बात करते हैं दूसरी बड़ी खबर की — NEET, JEE Main और CUET परीक्षाओं के परीक्षा केंद्रों के नए नियमों की।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने साफ कर दिया है कि 2026 से उम्मीदवार अब अपनी पसंद का एग्ज़ाम सिटी नहीं चुन पाएंगे।
सुनने में थोड़ा अजीब लगता है, है ना? लेकिन इसकी वजह भी वाजिब है।
अब परीक्षा केंद्र उम्मीदवार के आधार कार्ड में दिए गए पते के आधार पर ही तय किया जाएगा।
यानि अगर तुम्हारा पता बिहार का है, तो तुम्हें बिहार या आस-पास के राज्य में ही परीक्षा केंद्र मिलेगा — दिल्ली या मुंबई नहीं।
ऐसा क्यों किया गया?
NTA का कहना है कि इससे परीक्षा केंद्रों में पारदर्शिता बढ़ेगी और छात्रों के यात्रा खर्च में भी कमी आएगी।
कई बार छात्र दूसरे राज्यों में सेंटर चुनते थे, जिससे फर्जीवाड़ा और पहचान से जुड़ी दिक्कतें होती थीं।
अब सभी जानकारियों — नाम, जन्मतिथि, पता, माता-पिता का नाम — को आधार कार्ड और 10वीं की मार्कशीट से मिलाया जाएगा।
छात्रों को क्या करना चाहिए?
अगर तुम 2026 या उसके बाद JEE, NEET या CUET परीक्षा देने जा रहे हो, तो यह तीन काम अभी कर लो:
- अपने आधार कार्ड में पता और नाम अपडेट करा लो।
- 10वीं की मार्कशीट से सभी जानकारियाँ मैच करा लो।
- ऑनलाइन आवेदन करते समय सही स्थायी या वर्तमान पता डालो।